इस पुस्तक में छठी शताब्दी ईस्वी में गुहिल वंश के उदय से लेकर बीसवीं सदी में मेवाड़ रियासत के विलोपन तक मेवाड़ रियासत के राष्ट्रीय राजनीति में योगदान एवं प्रभाव का विश्लेषण किया गया है।
जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और बीकानेर रियासतें परस्पर विद्वेष, सामंतों की स्वार्थलिप्सा एवं राजकुमारों की बगावतों के कारण अंतर्कलह में पड़कर पिण्डारियों के चंगुल में...