धर्म MCQ : प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए “धर्म – पुरुषार्थ-चतुष्टय” विषय पर 70 बहुविकल्पीय प्रश्न। सही विकल्प के अंत में ✅ हरा टिक मार्क है।
- पुरुषार्थों में धर्म का स्थान किस प्रकार का माना गया है?
a) सबसे अन्तिम
b) मध्यम
c) सर्वोपरि ✅
d) महत्वहीन - पुरुषार्थ के संदर्भ में ‘धर्म’ का आशय मुख्यतः किससे है?
a) केवल किसी संप्रदाय विशेष की पूजा-पद्धति से
b) केवल मूर्ति-पूजा से
c) स्वयं को संयमित, मर्यादित और अनुशासित करने से ✅
d) केवल वेद-पाठ से - धर्म को किस रूप में व्यक्ति के लिए देखा गया है?
a) दंड-संहिता
b) कर-विधान
c) चिंतन, आचरण और व्यवहार की आदर्श-संहिता ✅
d) केवल दार्शनिक मत - धर्म व्यक्ति के कार्यों को किसके अनुसार व्यवस्थित करता है?
a) केवल देश के अनुसार
b) केवल काल के अनुसार
c) केवल पात्र के अनुसार
d) देश, काल और पात्र के अनुसार ✅ - पुरुषार्थ के संदर्भ में धर्म का आशय मुख्यतः किससे है?
a) बाह्य आडंबर से
b) केवल यज्ञ-हवन से
c) व्यक्तिगत नैतिकता से ✅
d) केवल व्रत-उपवास से - महाभारत में धर्म का मुख्य लक्षण क्या माना गया है?
a) दण्ड
b) तपस्या
c) आचार या सदाचार ✅
d) संन्यास - आचार और धर्म को किस रूप में देखा गया है?
a) परस्पर विरोधी
b) असम्बद्ध
c) एक-दूसरे का पूरक ✅
d) केवल वैकल्पिक - आचार को महाभारत में किस रूप में स्वीकार किया गया है?
a) लौकिक दोष
b) साधारण कर्म
c) परम धर्म ✅
d) केवल सामाजिक नियम - मनु के अनुसार कौन-सा आचार श्रेष्ठ धर्म है?
a) लोक द्वारा स्वीकृत कोई भी आचार
b) राजा द्वारा निर्धारित नियम
c) वेद और स्मृतियों में वर्णित आचार ✅
d) केवल गुरु का उपदेश - धर्म व्यक्ति को अंततः किस परम लक्ष्य की ओर ले जाता है?
a) केवल यश
b) केवल अर्थ
c) केवल काम
d) मोक्ष ✅ - धर्म के तीन मूल कार्यों में पहला कौन सा है?
a) अर्थ-वृद्धि
b) आत्म-नियंत्रण ✅
c) युद्ध-प्रेरणा
d) संन्यास - धर्म के तीन मूल कार्यों में दूसरा कार्य कौन सा है?
a) राज्य-विस्तार
b) भय उत्पन्न करना
c) व्यक्तित्व का उत्थान ✅
d) वंश-वृद्धि - धर्म के तीन मूल कार्यों में तीसरा कार्य कौन सा है?
a) तपस्या का विधान
b) समाज-सुधार
c) ज्ञानार्जन
d) मोक्ष की उपलब्धि ✅ - धर्म के द्वारा मनुष्य अपने किस पक्ष को परिष्कृत करता है?
a) केवल शारीरिक बल को
b) केवल धन-सम्पत्ति को
c) कर्त्तव्यों और व्यवहारों को ✅
d) केवल भाषा को - धार्मिकता को किस प्रकार की सहज प्रवृत्ति कहा गया है?
a) जो सभी को कष्ट दे
b) जो केवल स्वयं को सुख दे
c) जो किसी को क्लेश नहीं पहुँचाती और लोककल्याण करती है ✅
d) जो केवल व्रत करवाती है - मनु ने धर्म के कितने आधार बताए हैं?
a) दो
b) तीन
c) चार ✅
d) पाँच - मनु द्वारा बताए गए धर्म के चार आधारों में पहला कौन सा है?
a) स्मृति
b) सदाचरण
c) आत्मतुष्टि
d) श्रुति (वेद) ✅ - मनु के अनुसार धर्म का दूसरा आधार कौन सा है?
a) केवल लोकमत
b) स्मृति (धर्मशास्त्र) ✅
c) राजा की आज्ञा
d) गुरु की प्रशंसा - मनु के अनुसार धर्म का तीसरा आधार क्या है?
a) तपस्या
b) योग
c) सदाचरण (नैतिक आचरण) ✅
d) ध्यान - मनु के अनुसार धर्म का चौथा आधार क्या है?
a) केवल संन्यास
b) तीर्थयात्रा
c) आत्मतुष्टि (सन्तोष) ✅
d) युद्ध-विजय - धर्मसूत्रों के अनुसार धर्म का मूल क्या है?
a) केवल वेद
b) केवल स्मृतियाँ
c) केवल शील
d) वेद, स्मृतियाँ और शीलगत व्यवहार ✅ - साधारणधर्म किस प्रकार के कर्त्तव्यों को कहा गया है?
a) केवल ब्राह्मण के कर्त्तव्य
b) केवल राजा के कर्त्तव्य
c) प्रत्येक स्थान और युग में किए जाने वाले अपरिवर्तनीय कर्त्तव्य ✅
d) केवल संन्यासियों के नियम - साधारणधर्म मुख्यतः किससे सम्बन्धित होता है?
a) केवल बाह्य आचार से
b) केवल तीर्थ-स्नान से
c) मानवता-युक्त नैतिक आचरण से ✅
d) केवल जातिगत नियम से - निम्न में से कौन-सा साधारणधर्म का उदाहरण है?
a) शत्रु के साथ अन्याय करना
b) पराई स्त्री को माता समझना ✅
c) बिना कारण हिंसा करना
d) धन हथियाने के उपाय करना - ब्राह्मण, गौ, स्त्री, अशक्त एवं शरणागत की रक्षा करना किस श्रेणी में आता है?
a) विशिष्ट धर्म
b) युगधर्म
c) साधारणधर्म ✅
d) केवल राजधर्म - देश, काल और पात्र के साथ बदलने वाले कर्त्तव्य किस नाम से जाने जाते हैं?
a) साधारण धर्म
b) विशिष्ट धर्म ✅
c) युगधर्म
d) राजधर्म - निर्दोष प्राणी के प्राण बचाने के लिए परिस्थितिवश मिथ्या भाषण किस श्रेणी में आता है?
a) अधर्म
b) साधारणधर्म
c) विशिष्ट धर्म ✅
d) आपद्धर्म - देश-धर्म, जाति-धर्म और कुल-धर्म किस श्रेणी का भाग हैं?
a) साधारणधर्म
b) युगधर्म
c) विशिष्ट धर्म ✅
d) स्वधर्म - धर्म के दस लक्षणों का उल्लेख किस ग्रंथ में विशेष रूप से मिलता है?
a) रामायण
b) उपनिषद
c) मनुस्मृति ✅
d) बौद्ध सूत्र - धर्म के दस लक्षणों में ‘धृति’ का अर्थ क्या है?
a) क्रोध
b) लोभ
c) धैर्य ✅
d) हिंसा - धर्म के दस लक्षणों में ‘अस्तेय’ का अर्थ क्या है?
a) सत्य बोलना
b) चोरी न करना ✅
c) दान देना
d) इन्द्रियों का निग्रह - धर्म के दस लक्षणों में ‘शौच’ से क्या अभिप्राय है?
a) वेशभूषा की सजावट
b) केवल बाह्य रूप से स्वच्छता
c) बाह्य और आन्तरिक पवित्रता ✅
d) केवल स्नान - धर्म के दस लक्षणों में ‘अक्रोध’ का क्या अर्थ है?
a) अत्यधिक क्रोध करना
b) केवल कभी-कभी क्रोध करना
c) धर्म के लिए क्रोध करना
d) क्रोध न करना ✅ - शास्त्रीय सूक्ति ‘सत्यं वद् धर्मं चर’ का क्या भाव है?
a) असत्य बोलो, धर्म त्यागो
b) सत्य बोलो और धर्म का आचरण करो ✅
c) केवल यज्ञ करो
d) केवल ध्यान करो - मनु के अनुसार सत्य किस प्रकार बोला जाना चाहिए?
a) कटु और कठोर रूप में
b) केवल स्वार्थ के लिए
c) सत्य भी अप्रिय न हो, प्रिय भी असत्य न हो ✅
d) केवल चुप रहना - समस्त मानव-व्यवहारों का आधार किसे कहा गया है?
a) धन
b) बल
c) सत्य ✅
d) यश - किससे मन और समाज दोनों दूषित होते हैं?
a) तपस्या से
b) अध्ययन से
c) असत्य आचरण से ✅
d) दान से - ब्रह्मचर्य के अंतर्गत मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) शरीर को कष्ट देना
b) अधिक भोग करना
c) मन की काम-वासनाओं पर नियंत्रण ✅
d) केवल मौन रहना - अहिंसा को उपनिषदों में किस रूप में कहा गया है?
a) साधारण गुण
b) राजधर्म
c) परम धर्म ✅
d) विशिष्ट धर्म - अहिंसा का वास्तविक अर्थ क्या है?
a) केवल हत्या न करना
b) मन, वचन और कर्म से किसी प्राणी को हानि न पहुँचाना ✅
c) केवल शाकाहार करना
d) युद्ध न करना - समाज में शांति की स्थापना के लिए कौन अत्यंत आवश्यक बताया गया है?
a) यज्ञ
b) ध्यान
c) अहिंसा ✅
d) व्रत - इन्द्रिय-निग्रह के अंतर्गत कौन-कौन सी इन्द्रियाँ सम्मिलित हैं?
a) केवल ज्ञानेन्द्रियाँ
b) केवल कर्मेन्द्रियाँ
c) ज्ञान और कर्म दोनों इन्द्रियाँ ✅
d) केवल मन - वास्तविक संयमी किसे कहा गया है?
a) केवल बाह्य आचरण संयमित रखने वाले को
b) केवल व्रत रखने वाले को
c) जो पूर्ण रूप से मन और कर्म दोनों पर संयम रखता है ✅
d) केवल मौन धारण करने वाले को - विषय-कामनाओं की पूर्ति न होने से क्या उत्पन्न होता है?
a) दया
b) करुणा
c) क्रोध ✅
d) विनम्रता - बुद्धि के नष्ट होने के बाद अन्ततः क्या होता है?
a) वैराग्य प्राप्ति
b) ज्ञान बढ़ता है
c) व्यक्ति उन्नत होता है
d) व्यक्ति का विनाश हो जाता है ✅ - क्षमा किस प्रकार का धर्म मानी गई है?
a) केवल संन्यासियों का
b) केवल राजाओं का
c) प्रत्येक प्राणी के प्रति साधारण धर्म ✅
d) केवल ब्राह्मणों का - ‘क्षमा वीरस्य भूषणम्’ का भाव क्या है?
a) क्षमा कायरों का गुण है
b) क्षमा केवल भय से उत्पन्न होती है
c) क्षमा वीर पुरुषों का आभूषण है ✅
d) क्षमा का वीरता से कोई सम्बन्ध नहीं - किसके प्रति क्षमा-भाव रखना क्षमा का भाग माना गया है?
a) केवल मित्रों के प्रति
b) केवल परिजनों के प्रति
c) अपकार करने वाले के प्रति भी उपकार की भावना रखना ✅
d) केवल शत्रु-वध के बाद - श्रद्धा का भाव मनुष्य को किनके प्रति रखना चाहिए?
a) केवल धन और राज्य के प्रति
b) केवल मनुष्य के प्रति
c) प्रत्येक उपकारी वस्तु, व्यक्ति और व्यवस्था के प्रति ✅
d) केवल गुरु के प्रति - शिव और पार्वती की तुलना श्रद्धा और विश्वास से किसने की है?
a) वेदव्यास
b) वाल्मीकि
c) गोस्वामी तुलसीदास ✅
d) कालिदास - माता, पिता और गुरु के प्रति श्रद्धावान होना किसका अंग है?
a) राजधर्म
b) स्वधर्म
c) सामान्य नीति
d) धर्म ✅ - मधुर वचन बोलने की क्षमता सामान्यतः किसमें होती है?
a) अत्यधिक अहंकारी में
b) केवल डरपोक में
c) विनम्र और अहंकार-रहित व्यक्ति में ✅
d) केवल ज्ञानवान में - किससे शत्रु और विरोधी को भी सरलता से झुकाया जा सकता है?
a) कठोर दंड से
b) युद्ध से
c) मधुर सम्भाषण से ✅
d) तिरस्कार से - ‘शील’ शब्द का अर्थ क्या है?
a) बाह्य रूप
b) केवल भाषा-शैली
c) अच्छा स्वभाव ✅
d) तेज बुद्धि - महाभारत के अनुसार मनुष्य में सबसे प्रधान गुण कौन-सा माना गया है?
a) बल
b) धन
c) शील ✅
d) विद्या - अतिथि सेवा किस श्रेणी के यज्ञों में सम्मिलित है?
a) देव-यज्ञ
b) पितृ-यज्ञ
c) भूत-यज्ञ
d) पंचमहायज्ञ ✅ - अतिथि-सेवा को और किस नाम से जाना गया है?
a) राजधर्म
b) अतिथि-धर्म ✅
c) वर्णधर्म
d) युगधर्म - मनु के अनुसार अतिथि का पूजन करने से क्या प्राप्त होता है?
a) केवल ज्ञान
b) केवल बल
c) धन, आयु, यश और स्वर्ग ✅
d) केवल संन्यास - वर्ण-धर्म का तात्पर्य किससे है?
a) युग के अनुसार बदलने वाले नियमों से
b) देश के अनुसार बदलने वाले नियमों से
c) विभिन्न वर्णों के कर्त्तव्यों और नियमों के पालन से ✅
d) केवल राजा के कर्त्तव्यों से - आश्रम-धर्म की व्यवस्था के अनुसार मनुष्य-जीवन कितने आश्रमों में विभाजित किया गया है?
a) दो
b) तीन
c) चार ✅
d) पाँच - चार आश्रमों की व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य क्या था?
a) केवल युद्ध की तैयारी
b) केवल धन-संचय
c) नैतिक, आध्यात्मिक और शारीरिक विकास ✅
d) केवल संन्यास - आश्रम-धर्म का पालन मुख्यतः किस वर्ग के लिए श्रेयस्कर माना गया?
a) केवल शूद्र वर्ग
b) केवल वैश्य वर्ग
c) केवल क्षत्रिय वर्ग
d) द्विज वर्ग के लिए ✅ - गृहस्थ आश्रम में व्यक्ति को किस त्रिवर्ग का सेवन करना चाहिए?
a) अर्थ, काम, मोक्ष
b) धर्म, काम, मोक्ष
c) धर्म, अर्थ, काम ✅
d) अर्थ, मोक्ष, तप - मनु के अनुसार चारों आश्रमों का विधिवत पालन करके मनुष्य क्या प्राप्त करता है?
a) केवल यश
b) केवल अर्थ
c) केवल काम
d) परम मोक्ष और ब्रह्मलोक ✅ - कुलधर्म मुख्यतः किससे संबंधित है?
a) केवल राज्य के नियमों से
b) केवल संन्यासी जीवन से
c) पारिवारिक और वंशगत नियमों तथा कर्त्तव्यों से ✅
d) केवल व्यापार से - युगधर्म किसके अनुसार परिवर्तित होता है?
a) केवल स्थान के अनुसार
b) केवल वर्ण के अनुसार
c) काल (युग) के अनुसार ✅
d) केवल आश्रम के अनुसार - सतयुग में किस धर्म की प्रधानता मानी गई है?
a) दान-धर्म
b) यज्ञ-धर्म
c) तप-धर्म ✅
d) युद्ध-धर्म - कलियुग में प्रमुख धर्म कौन सा माना गया है?
a) यज्ञ-धर्म
b) तप-धर्म
c) ज्ञान-धर्म
d) दान-धर्म ✅ - स्वधर्म का आशय मुख्यतः किससे है?
a) केवल राजधर्म से
b) केवल युगधर्म से
c) व्यक्ति के अपने कर्त्तव्य एवं उत्तरदायित्व से ✅
d) केवल वर्णधर्म से - आपद्धर्म कब लागू होता है?
a) सामान्य काल में
b) केवल उत्सव के समय
c) विपत्तिकाल या प्रतिकूल परिस्थितियों में ✅
d) केवल युद्ध-विजय के बाद



