इस धारावाहिक में काबुल के शासक बाबर द्वारा ई.1526 में दिल्ली में मुगल सल्तनत की स्थापना करने से लेकर ई.1637 में शाहजहां द्वारा लाल किला बनवाए जाने तक का इतिहास लिखा गया है।
एक बलूची के एक ही स्त्री से 25 बच्चे थे। वह बलूची एक दिन अकबर के दरबार में उपस्थित हुआ तथा उसने अकबर से कहा कि यह स्त्री बहुत भली है किंतु इसके 25 बच्चे हो गए हैं जिनके कारण मेरा जीवन मुश्किल हो गया है तथा यह स्त्री मेरे लिए हराम हो गई है। मेरे दुःखों का कोई इलाज नहीं है।