Tuesday, June 24, 2025
spot_img

नए युग की चुड़ैलें!

नए युग की चुड़ैलें पढ़ी-लिखी हैं, सुंदर हैं, पैसे वाली हैं, दुस्साहसी हैं। ऊँची सोसाइटी में रहती हैं तथा मोटा बैंक-बैलेंस रखती हैं।

15 जून 2025 को जोधपुर के न्यूज पेपर्स में एक समाचार छपा कि एक स्कूल संचालक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसे किसी औरत ने हनी ट्रैप में फंसा लिया था। इस स्कूल संचालक ने अपने सूसाइड नोट में लिखा है कि अब वह थक गया है, और अधिक नहीं झेल सकता, इसलिए आत्महत्या कर रहा है। मेरा विचार है कि किसी पुरुष को हनीट्रैप में फंसाने वाली कोई औरत तो नहीं हो सकती, कोई चुड़ैल ही हो सकती है।

कमाल हो भई नए युग की चुड़ैलें आप भी! आपने किसी पुरुष को हनीट्रैप में फंसाया तो फंसाया, थोड़ा-बहुत पैसा छीन-झपट कर उसे जिंदा तो छोड़ देतीं किंतु आपने अपने शिकार को इतना निचोड़ा कि कि उस बेचारे मनुष्य को आत्महत्या ही करनी पड़ी।

चुड़ैलों के बारे में मुझे सबसे पहले शेक्सपीयर के नाटक मैकबेथ से पता लगा। तीन बहिनों के रूप में रहने वाली वे चुड़ैलें बड़ी अजीब सी हैं, बड़ी कुरूप, डरावनी, टोना टोटका करने वाली और कुछ-कुछ जादुई ताकतों वाली, वैसी चुड़ैलें शायद भारत में नहीं पाई जातीं।

मैंने बचपन में सुनी कहानियों से जाना है कि भारतीय चुड़ैलें बहुत सुंदर होती हैं। वे अक्सर किसी सुंदर, युवा और धनवान युवक को आकर्षित करती हैं, फिर उसे मारकर उसका खून पी जाती हैं। मैंने यह भी सुना है कि चुड़ैलें उलटे पैरों से चलती हैं।

हालांकि मुझे ठीक-ठीक तो आज भी नहीं पता कि चुड़ैल क्या होती है, कैसी होती है किंतु मेरा विश्वास है कि आजकल भारत के शहर-शहर में नए युग की चुड़ैलें घूम रही हैं। आजकल की ये चुड़ैलें भी बहुत सुंदर हैं, ये भी किसी धनवान पुरुष का शिकार करती हैं, महंगे कपड़े पहनती हैं, महंगे फोन रखती हैं, महंगा मेकअप करती हैं तथा उल्टें पैरों से चलती हैं। इनकी आवाज में जादू है, पलक झपकते ही आदमी को अपने वश में करती हैं।

आजकल इंदौर की उस चुड़ैल के किस्से तो रोज टेलिविजन पर देखने को मिल ही रहे हैं कि कैसे उसने अपने नए-नवेले पति से कहा कि तुम मुझे विधवा कर दो। अपने पति की हत्या करवाने के बाद सोनम नाम की यह चुड़ैल पूरे 17 दिन तक बुरका पहनकर हिन्दुस्तान के अलग-अलग शहरों में बेखौफ घूमती रही। टेलिविजन वाले बता रहे हैं कि उसे चुड़ैल ने अपने पति को मरवाने के लिए अपने बचपन के मित्रों को बीस लाख रुपए की सुपारी दी। बाप रे कितनी धनवान और कितनी हिम्मती हैं ये भारतीय चुड़ैलें!

कुछ दिन पहले ही एक ऐसी चुड़ैल का कारनामा सामने आया जिसने अपने पति के साथ हिल स्टेशन पर जाकर खूब डांस-वांस किए और फिर उसकी हत्या करके उसके शरीर को सीमेंट के ड्रम में ही जमा दिया ताकि उसके शव के सड़ने से बदबू नहीं निकले और पुलिस उसके शव को नहीं ढूंढ सके।

पतियों को मारने वाली नई युग की चुड़ैलें सामान्यतः अपने पतियों को अपने बॉयफ्रेण्डों से मरवाती हैं, वहीं कुछ चुड़ैलें तो अपने पति को मारने का परिश्रम भी नहीं करतीं। पतियों से ही कहती हैं कि चलो अब तुम खुद ही मर जाओ। मुझे क्यों तकलीफ देते हो!

जौनपुर की उन दो चुड़ैलों के नाम आप भूले नहीं होंगे। इन चुड़ैलों ने अतुल सुभाष नामक एक युवक से इतना पैसा खींचा कि उस बेचारे को आत्महत्या करके ही अपनी जान छुड़ानी पड़ी। अतुल सुभाष ने तो अपने सूसाइड नोट में अपनी सास और पत्नी के रूप में खून चूस रही इन चुड़ैलों के साथ-साथ एक महिला जज का नाम भी लिखा है कि वह भी इन चुड़ैलों के साथ मिल गई। ताकि अधिक से अधिक पैसा खींचा जा सके।

आगरा के 28 वर्षीय मानव शर्मा ने भी एक चुड़ैल से पीछा छुड़ाने के लिए आत्महत्या कर ली। वह चुड़ैल मानव शर्मा की पत्नी थी और दूसरे पुरुषों से सम्बन्ध रखती थी। मना करने पर अपने पति को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देती थी। उससे पीछा छुड़ाने का मानव शर्मा के पास और कोई उपाय नहीं बचा था।

12 मार्च 2025 को गुड़गांव के सोहना के रहने वाले 45 वर्षीय भारत ने आत्महत्या कर ली। उसने अपने सूसाइड नोट में लिखा है कि उसकी पूर्व पत्नी उसे फोन करके सम्पत्ति मांगती है और मना करने पर आत्महत्या करने के लिए उकसाती है। पति ने सचमुच आत्महत्या कर ली।

कर्नाटक के पीटर का नाम भी सुर्खियों में आया था। उसने भी चुड़ैल के अत्याचारों से छुटकारा पाने के लिए आत्महत्या कर ली। उसने अपने सूसाइड नोट में अपने पिता को लिखा कि डैडी मुझे माफ कर दीजिए मेरी पत्नी पिंकी मुझे इतना टॉर्चर करती है कि अब मैं जी नहीं सकता।

गजरौला के दिवाकर शर्मा का नाम आपने शायद ही सुना हो जिसने 27 मार्च 2025 को भरी दोपहरी में अपने घर में फांसी लगा ली। दिवाकर शर्मा की पत्नी हिरदेश उर्फ अंजू शादी के कुछ दिन बाद ही लड़-झगड़ कर अपने पीहर चली गई। वह रोज अपने पति को फोन करके मरने के लिए उकसाती थी। वह अपने पति से कहती थी कि तेरे मरने के बाद ही मुझे शांति मिलेगी। यदि तू नहीं मरा तो मैं तेरा जीवन तहस-नहस कर दूंगी। झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती थी।

दिवाकर शर्मा ने मौत को गले लगाने से पहले अंजू से वीडियो कॉल पर बात की। वीडियो कॉल पर भी अंजू दिवाकर को मरने के लिए उकसाती रही। अपने जीवन से निराश दिवाकर ने खुदकुशी कर ली। अब अंजू अपने मृत पति दिवाकर के पिता के मकान पर कब्जा करना चाहती है। अंजू अपने पति दिवाकर शर्मा के अंतिम दर्शन के लिए भी नहीं आई।

16 मई 2025 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर सदर कोतवाली क्षेत्र में एक सहायक अध्यापक कोविद कुमार ने अपनी पत्नी और सास की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले बनाए एक वीडियो में उसने बताया कि उसकी पत्नी लक्ष्मी कुशवाहा अपनी मां, बहन और भाई के साथ रहती है। पत्नी लक्ष्मी ने अपने पति कोविद कुमार के विरुद्ध दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज करा रखा है। हर महीने उसकी सैलरी का पूरा पैसा ले लेती है और अपने पति पर दबाव बनाती है कि तुम अभी मर जाओ ताकि तुम्हारी नौकरी हमें मिल जाए।

एक चुड़ैल तो ऐसी निकली जो अपने पति और बच्चों को छोड़कर अपने पाकिस्तानी मित्र के साथ घूमने-फिरने मौज मनाने के लिए भारत की सीमा पार करके पाकिस्तान पहुंच गई। अंजू नाम की यह चुड़ैल कुछ दिन पाकिस्तान में मौज-मस्ती करने के बाद फातिमा बनकर फिर से भारत लौट आई।

अरे भई तू कैसी चुड़ैल है, तू ने अपने देश, अपने धर्म, अपने पति को छोड़ा सो छोड़ा, तू तो अपने बच्चों से भी प्रेम नहीं कर पाई! बच्चों के लिए तो माताएं अपनी जान तक दे देती हैं।

कुछ दिन पहले मैंने यूट्यूब पर एक शॉर्ट देखा जिसमें एक चुड़ैल अपनी सगी बूढ़ी एवं विधवा माँ को धरती पर घसीट-घसीट कर पीटती हुई दिखाई दे रही थी क्योंकि बूढ़ी, अशक्त और विधवा माँ अपना घर उस चुड़ैल के नाम नहीं कर रही थी! पुलिस ने उस बुढ़िया को उस चुड़ैल के चंगुल से निकाला।

आज ही टेलिविजन पर एक समाचार देखने को मिला कि यूपी के हरदोई में एक पैट्रौल पम्प पर एक चुड़ैल ने जरा सी कहा-सुनी होने पर पैट्रौल पम्प के कर्मचारी की छाती पर पिस्तौल रख दी। क्या शानदार पर्सनल्टी, क्या गजब का आत्मविश्वास, क्या उसका महंगा पहनावा, कैसी उसकी गाड़ी!

महिला सशक्तीकरण के नाम पर भारतीय नारी को भारत की मूल संस्कृति के विरुद्ध भड़का कर ऐसी जीवन पद्धति की ओर धकेल दिया गया है जिसमें असंतोष और दुख के सिवाय कुछ नहीं मिलने वाला। मनुष्य को किसी के भड़कावे में नहीं आना चाहिए, अपनी बुद्धि से काम लेना चाहिए। जीवन का सुख किस बात में है, इस बात को समझना चाहिए।

आज बहुत सी पढ़ी-लिखी लड़कियां पैसे की हवस के कारण अपराध करके जेलों में बैठी हैं। नारी शक्ति के पुराधाओं ने उन्हें इस हालत में पहुंचा दिया। भारतीय समाज की दुर्गति करने वाले महिला सशक्तीकरण के अलम्बरदार अब कहां हैं। क्या वे इन लड़कियों को फिर से शांत और सुखी जीवन दे सकते हैं!

यत्र नार्यस्तु पूज्यंते वाले देश में अचानक ही ये चुड़ैलें कहां से घुस आईं। मां के चरणों में सिर रखने वाली भारतीय संस्कृति अचानक ही चुड़ैलों के कहर से कैसे कांप उठी!

नए युग की चुड़ैलें कृपा करके शांत हो जाएं। भगवान के लिए शांत हो जाएं। मानवता के लिए शांत हो जाएं। अपनी जिंदगी में सुख-चैन बनाए रखने के लिए शांत हो जाएं।

भगवान ने तुम्हें बहुत सुंदर जीवन दिया है। तुम चुड़ैल नहीं हो। तुम हमारी मां, बहिन, बेटी, पत्नी, बुआ, चाची, दादी, नानी हो। तुमने अपनी कोख में हमें पाला है, हमारा बचपन तुम्हारी बांहों में झूला झूलकर बड़ा हुआ है। तुम्हारी लोरियां आज भी हमारे कानों में गूंजती हैं। आज तुम्हारे कारण पूरी नारी जाति अपमानित हो रही है।

आओ! फिर से भारतीय संस्कृति के सुनहरे पथ पर लौट आओ। हंसी-खुशी अपनी घर-गृहस्थी बसाओ। अपने पति की कमाई हुई रूखी-सूखी रोटियां अपने बच्चों और पति के साथ मिल-बांट कर खाओ।

पढ़ाई-लिखाई, रुपया पैसा, अच्छे कपड़े, अच्छा मेकअप, घूमना फिरना, बैंक बैलेंस, पद-प्रतिष्ठा जिंदगी में उतने महत्वपूर्ण नहीं हैं जितनी की शांत नदी की तरह अपनी यात्रा पूरी करने वाली उजली-उजली सी जिंदगी।

जीवन रूपी बगिया न औरत के बिना महक सकती है और न पुरुष के बिना। ये दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, एक दूसरे की ताकत हैं। एक-दूसरे का सुख हैं। जीवन की सुंदरता शांति धारण करने में है, किसी की भी शांति छीनने में नहीं है।

-डॉ. मोहनलाल गुप्ता

Related Articles

Stay Connected

21,585FansLike
2,651FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles

// disable viewing page source