मोक्ष MCQ : प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विषय पर 50 बहुविकल्पीय प्रश्न। सही विकल्प के अंत में ✅ हरा टिक मार्क है।
- मानव-जीवन का अन्तिम लक्ष्य भारतीय परम्परा में किसे माना गया है?
a) धर्म
b) अर्थ
c) काम
d) मोक्ष ✅ - धर्म, अर्थ और काम के सेवन का परम लक्ष्य क्या बताया गया है?
a) यश प्राप्ति
b) मोक्ष प्राप्ति ✅
c) धन-संचय
d) दीर्घायु - वर्णाश्रम धर्म का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) केवल अर्थ-साधन
b) केवल काम-संतोष
c) मोक्ष की प्राप्ति ✅
d) राजनीतिक शक्ति - वेदों के अध्ययन-अध्यापन का अंतिम लक्ष्य क्या माना गया है?
a) तर्क-वितर्क
b) सांसारिक सुख
c) मोक्ष ✅
d) कीर्ति-लाभ - श्रेष्ठतम और निकृष्टतम व्यक्ति अन्ततः अपने लिए किसकी कामना करते हैं?
a) धन की
b) राज्य की
c) मोक्ष की ✅
d) संतानों की - मोक्ष को पुरुषार्थ-चतुष्टय में किस क्रम का पुरुषार्थ माना गया है?
a) प्रथम
b) द्वितीय
c) तृतीय
d) चतुर्थ ✅ - जीवन को पूर्णतः धार्मिक और आध्यात्मिक बनाना कैसा बताया गया है?
a) अत्यन्त सरल
b) असम्भव
c) अत्यन्त कष्टप्रद और दुर्गम ✅
d) केवल धनी लोगों के लिए - मोक्ष प्राप्ति के लिए मानवीय प्रवृत्तियों के साथ क्या अपेक्षित है?
a) उनका विस्तार
b) उनका दमन
c) उनका चरम स्तर तक संयमन ✅
d) उनका उपेक्षण - मनुष्य का मन किसका घर माना गया है?
a) केवल भय का
b) केवल द्वेष का
c) अभिलाषाओं और आकांक्षाओं का ✅
d) ज्ञान का - किससे छुटकारा पाए बिना मनुष्य को निवृत्ति अर्थात् मोक्ष नहीं मिलता?
a) शरीर से
b) अभिलाषाओं और आकांक्षाओं से ✅
c) परिवार से
d) समाज से - मनुष्य के भीतर जीवन भर किसका संघर्ष चलता रहता है?
a) धर्म और अधर्म
b) प्रवृत्ति और निवृत्ति ✅
c) धन और दरिद्रता
d) शक्ति और दुर्बलता - मोक्ष की प्राप्ति किस स्थिति में होती है?
a) जब अभिलाषाएँ और आकांक्षाएँ बढ़ती हैं
b) जब अभिलाषाएँ और आकांक्षाएँ समाप्त हो जाती हैं ✅
c) जब केवल धन मिलता है
d) जब केवल यश मिलता है - आत्मा और परमात्मा के किस सम्बन्ध को मोक्ष कहा गया है?
a) विरोध
b) दूरी
c) तादात्म्य ✅
d) भिन्नता - आत्मा और परमात्मा की सीमा-संबंधी विशेषता क्या बताई गई है?
a) दोनों सीमित हैं
b) दोनों असीम हैं
c) आत्मा सीमित, परमात्मा असीम ✅
d) आत्मा असीम, परमात्मा सीमित - मोक्ष किसके बीच एकात्मकता स्थापित करता है?
a) धर्म और अधर्म
b) ससीम और असीम ✅
c) शरीर और मन
d) राज्य और जनता - वैदिक शास्त्रों के अनुसार मोक्ष को किस अवस्था के रूप में बताया गया है?
a) केवल दुःख की
b) केवल शांति की
c) परम ज्ञान और आनन्द की अवस्था ✅
d) निश्चेष्ट अवस्था - साधारण रूप से ‘मोक्ष’ का अर्थ लोग क्या समझते हैं?
a) शरीर की मुक्ति
b) जीवन से मुक्ति ✅
c) धन की मुक्ति
d) समाज की मुक्ति - वास्तविक अर्थ में मोक्ष किसकी मुक्ति है?
a) शरीर की
b) मन की
c) आत्मा की ✅
d) इन्द्रियों की - मनुष्य की प्रवृत्तियाँ किसके गुणों से संचालित होती हैं?
a) धर्म, अर्थ, काम
b) दैहिक, दैविक, भौतिक
c) सत्, रज और तम ✅
d) जन्म, मृत्यु, पुनर्जन्म - जब मनुष्य की बुद्धि सात्विक वृत्ति से अविरल होती है, तब वह किस ओर आकर्षित होता है?
a) तामसिक प्रवृत्ति
b) केवल अर्थ-साधन
c) मोक्ष की ओर ✅
d) इन्द्रिय-भोग की ओर - मनुष्य की बुद्धि और मन किससे ढँके हुए माने गए हैं?
a) अज्ञान से
b) प्रकृति (माया) से ✅
c) शरीर से
d) कर्म से - सात्विक ज्ञान की प्राप्ति होने पर मनुष्य से क्या हट जाता है?
a) शरीर
b) समाज
c) माया का आवरण ✅
d) परिवार - अपने वास्तविक स्वरूप के दर्शन को किस नाम से भी जाना गया है?
a) समाधि
b) कैवल्य ✅
c) संन्यास
d) यज्ञ - अज्ञान त्यागकर वास्तविक ज्ञान प्राप्त करना और तमोगुण-रजोगुण से निवृत्ति पाकर सतोगुण में स्थित होना किसकी परिभाषा है?
a) धर्म
b) योग
c) मोक्ष ✅
d) व्रत - मोक्ष-प्राप्ति के कितने मुख्य मार्ग बताए गए हैं?
a) दो
b) तीन ✅
c) चार
d) पाँच - मोक्ष-प्राप्ति के तीन मुख्य मार्ग कौन से हैं?
a) यज्ञ, दान, तप
b) ध्यान, जप, तप
c) कर्म, ज्ञान, भक्ति ✅
d) धर्म, अर्थ, काम - कर्म-मार्ग के अनुसार मनुष्य किस प्रकार कर्म करता है?
a) केवल फल की इच्छा से
b) बिना किसी नियम के
c) बिना फल की आकांक्षा के ✅
d) केवल अपने लिए - कर्म-मार्ग पर चलने से मनुष्य में कैसी भावना रहती है?
a) अहंकार
b) अनासक्ति ✅
c) लोभ
d) क्रोध - कर्म-मार्ग पर चलकर मनुष्य को किसकी प्राप्ति होती है?
a) केवल धन की
b) केवल यश की
c) परम गति (मोक्ष) की ✅
d) केवल विद्या की - मनु के अनुसार किससे उऋण होकर ही व्यक्ति को मोक्ष के लिए प्रयत्न करना चाहिए?
a) मित्रों के ऋण से
b) गुरु ऋण से
c) तीनों ऋणों – देव, ऋषि, पितृ से ✅
d) राज्य ऋण से - पुराणों के अनुसार मोक्ष कब प्राप्त होता है?
a) केवल ब्रह्मचर्य आश्रम में
b) केवल गृहस्थ आश्रम में
c) समस्त आश्रमों के कार्य सम्पादित करने के बाद ✅
d) बिना कोई कर्तव्य किये - वायु-पुराण के अनुसार अन्तिम आश्रम वाला व्यक्ति कब जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त होता है?
a) जब वह धन छोड़ता है
b) जब वह परिवार छोड़ता है
c) जब शुभ-अशुभ कर्म त्यागकर स्थूल शरीर त्यागता है ✅
d) जब वह राजसिक भोजन छोड़ता है - ज्ञान-मार्ग में व्यक्ति ईश्वर के किस स्वरूप के प्रति अनुरक्त होता है?
a) केवल सगुण साकार
b) केवल मूर्ति रूप
c) अव्यक्त और निराकार भाव ✅
d) केवल अवतार रूप - जिनका आधार ज्ञान-मार्ग है, वे कैसे व्यक्तित्व वाले होते हैं?
a) योद्धा
b) व्यापारी
c) ज्ञानी और विद्वान ✅
d) शिल्पी - भक्ति-मार्ग को किन ग्रंथों में मोक्ष के लिए प्रमुख रूप से निरूपित किया गया है?
a) वेद और उपनिषद
b) मनुस्मृति और अर्थशास्त्र
c) श्रीमद्भागवत पुराण, श्रीमद्भगवद्गीता एवं परवर्ती ग्रंथ ✅
d) रामचरितमानस और महाभारत - भक्ति-मार्ग में भक्ति को किससे श्रेष्ठ बताया गया है?
a) केवल तप से
b) कर्म और ज्ञान से ✅
c) दान और तप से
d) यज्ञ और व्रत से - भक्ति-मार्ग के अन्तर्गत साधक ब्रह्म की किस प्रकार उपासना कर सकता है?
a) केवल सगुण रूप में
b) केवल निर्गुण रूप में
c) सगुण, निर्गुण या दोनों रूपों में ✅
d) केवल गुरु रूप में - भक्त सच्ची भक्ति में किस-किस बात को भूल जाता है?
a) केवल धन-सम्पत्ति
b) केवल परिवार
c) सुख-दुःख, ऊँच-नीच, अच्छा-बुरा, जन्म-मृत्यु ✅
d) केवल पद-प्रतिष्ठा - मोक्ष के आकांक्षी व्यक्ति के लिए अपने अन्तःकरण और आचरण को कैसा रखना आवश्यक है?
a) राजसिक और तामसिक
b) बाह्य रूप से भोगी
c) शुद्ध एवं सात्विक ✅
d) केवल कर्मशील - मोक्ष के इच्छुक व्यक्ति के लिए इन्द्रिय-निरोध और चित्त-वृत्ति नियंत्रण का उद्देश्य क्या है?
a) अधिक धन कमाना
b) लोक-प्रशंसा पाना
c) मन की एकाग्रता एवं आध्यात्मिक उपलब्धि ✅
d) शारीरिक बल बढ़ाना - मनु के अनुसार मुक्ति के योग्य कौन होता है?
a) भोग-विलासी
b) हिंसक और क्रोधी
c) इन्द्रियनिरोधी, राग-द्वेष त्यागी, अहिंसा-युक्त व्यक्ति ✅
d) केवल विद्वान - विष्णु-पुराण के अनुसार मोक्ष के आकांक्षी व्यक्ति को किसके प्रति समभाव रखना चाहिए?
a) गुरु और शिष्य
b) धनी और निर्धन
c) शत्रु और मित्र ✅
d) राजा और प्रजा - वायु-पुराण के अनुसार मोक्ष के इच्छुक व्यक्ति के लिए कौन से गुण अनिवार्य हैं?
a) क्रोध, लोभ, अहंकार
b) दया, क्षमा, अक्रोध, सत्य ✅
c) केवल दानशीलता
d) केवल तपस्या - मत्स्य-पुराण में मोक्ष-साधक के लिए किसका परित्याग अनिवार्य बताया गया है?
a) धर्म का
b) ज्ञान का
c) काम का ✅
d) कर्म का - मनु के अनुसार अहिंसा, विषयों में अनासक्ति, वेद-प्रतिपादित कर्म और कठोर तपस्या से मनुष्य किस पद को साध लेता है?
a) राज-पद
b) ऋषि-पद
c) ब्रह्म-पद (परम-पद) ✅
d) गुरु-पद - चारों पुरुषार्थों में से किसी एक की उपेक्षा या किसी एक को अत्यधिक महत्व देने से क्या होता है?
a) मोक्ष शीघ्र मिलता है
b) भौतिक प्रगति बढ़ती है
c) चिंतन एवं व्यक्तित्व का संतुलन भंग हो जाता है ✅
d) समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है - भारत में बलवती संन्यास-परम्परा के अन्तर्गत सामान्यतः कौन से आश्रमों की उपेक्षा की जाती है?
a) ब्रह्मचर्य और संन्यास
b) गृहस्थ और वानप्रस्थ ✅
c) केवल गृहस्थ
d) केवल वानप्रस्थ - संन्यास-परम्परा में व्यक्ति मुख्यतः किन पुरुषार्थों पर केन्द्रित हो जाता है?
a) अर्थ और काम
b) धर्म और अर्थ
c) काम और मोक्ष
d) धर्म और मोक्ष ✅ - भक्ति-मार्ग के विकसित रूप में सामान्यतः किन पुरुषार्थों की उपेक्षा कर केवल किन पर जोर दिया गया?
a) धर्म-कार्य, अर्थ और काम पर ही
b) अर्थ और काम की उपेक्षा कर केवल धर्म एवं मोक्ष पर ✅
c) धर्म और मोक्ष की उपेक्षा कर अर्थ और काम पर
d) केवल काम पर - सामान्य गृहस्थ के लिए कौन सा मार्ग श्रेयस्कर माना गया है?
a) केवल संन्यास लेकर मोक्ष साधना
b) केवल अर्थ-साधन
c) केवल भक्ति-मार्ग
d) वर्णाश्रम धर्म के कर्तव्यों का पालन करते हुए चारों पुरुषार्थों की उपलब्धि हेतु प्रयास करना ✅
अगर आप चाहें तो अगला कदम इन प्रश्नों को क्लास-लेवल, एग्ज़ाम-ओरिएंटेड या “ऑब्जेक्टिव + शॉर्ट आंसर” मिक्स फ़ॉर्मेट में भी कनवर्ट कर सकता हूँ।



