गृहस्थ आश्रम MCQ : प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विषय पर 70 बहुविकल्पीय प्रश्न। सही विकल्प के अंत में ✅ हरा टिक मार्क है।
1. गृहस्थ आश्रम की उपमा मनुस्मृति में किससे दी गई है?
a) पर्वत से
b) प्राणवायु से ✅
c) वन से
d) नदियों से
2. मनु के अनुसार समस्त आश्रम किस आश्रम में समाहित हो जाते हैं?
a) ब्रह्मचर्य आश्रम
b) वानप्रस्थ आश्रम
c) संन्यास आश्रम
d) गृहस्थ आश्रम ✅
3. गृहस्थ आश्रम का आरम्भ किस संस्कार से होता था?
a) उपनयन संस्कार
b) अन्नप्राशन संस्कार
c) विवाह संस्कार ✅
d) नामकरण संस्कार
4. गृहस्थ आश्रम में प्रवेश से पहले पुत्र किस अवस्था से लौटकर आता था?
a) संन्यास आश्रम से
b) गुरुकुल से स्नातक होकर ✅
c) वानप्रस्थ से
d) युद्धभूमि से
5. विवाह संस्कार का सम्पादन किस प्रकार किया जाता था?
a) केवल लोकाचार से
b) केवल मंदिर में
c) वैदिक विधि-विधान एवं ऋचाओं के उच्चारण से ✅
d) बिना किसी अनुष्ठान के
6. गृहस्थ धर्म पालन के बाद गृहस्थ को क्या प्राप्त होता था?
a) केवल अर्थ
b) केवल काम
c) केवल मोक्ष
d) त्रिवर्ग – धर्म, अर्थ और काम ✅
7. व्यास स्मृति के अनुसार जो गृहस्थ धर्म का पालन करता है, उसे घर बैठे क्या प्राप्त हो जाता है?
a) केवल हरिद्वार
b) केवल केदार
c) कुरूक्षेत्र, नैमिषारण्य, हरिद्वार, केदार आदि तीर्थों की प्राप्ति ✅
d) केवल तीर्थ-यात्रा का फल
8. महाभारत में गृहस्थ आश्रम को किस प्रकार प्रतिष्ठा दी गई है?
a) हीन आश्रम के रूप में
b) दण्डनीय आश्रम के रूप में
c) अन्य समस्त आश्रमों से उत्कृष्ट आश्रम के रूप में ✅
d) अस्थायी आश्रम के रूप में
9. असमय गृहस्थी त्यागकर सन्यासी बनने वालों के बारे में क्या दृष्टि थी?
a) प्रशंसा की जाती थी
b) निन्दा की जाती थी ✅
c) उन्हें देवतुल्य माना जाता था
d) उन्हें गुरु बनाया जाता था
10. गृहस्थ आश्रम में किनके लिए मुख्य रूप से आयोजन होते थे?
a) केवल देवताओं के लिए
b) केवल पितरों के लिए
c) केवल अतिथियों के लिए
d) देवताओं, पितरों और अतिथियों के लिए ✅
11. गृहस्थ आश्रम में मनुष्य किन-किन प्रकार के कर्त्तव्यों का पालन करता था?
a) केवल आर्थिक कर्त्तव्य
b) केवल धार्मिक कर्त्तव्य
c) केवल सामाजिक कर्त्तव्य
d) व्यक्तिगत, सामाजिक, धार्मिक, नैतिक, आर्थिक कर्त्तव्य ✅
12. मनु के अनुसार गृहस्थ कितने धर्मों का सेवन करता था?
a) पाँच
b) सात
c) आठ
d) दस ✅
13. निम्न में से कौन-सा धर्म मनु द्वारा बताए गए दस धर्मों में सम्मिलित नहीं है?
a) धृति
b) क्षमा
c) इन्द्रिय-निग्रह
d) लोभ ✅
14. महाभारत के अनुसार गृहस्थ के सुख देने वाले कर्मों में से एक क्या है?
a) पराई स्त्री से सम्पर्क रखना
b) पराई स्त्री से सम्पर्क न करना ✅
c) अधिक मधु पीना
d) मांस खाना
15. परलोक में मनुष्य के साथ कौन जाता है?
a) माता-पिता
b) पुत्र-पत्नी
c) सम्बन्धी
d) केवल पाप-पुण्य ✅
16. परलोक सुधारने के लिए गृहस्थ को किसका संचय करना चाहिए?
a) धन का
b) शौर्य का
c) धर्म का ✅
d) मित्रों का
17. गृहस्थ के लिए किस योग को अधिक प्रधानता दी गई?
a) ज्ञानयोग
b) भक्ति योग
c) राजयोग
d) कर्मयोग ✅
18. गृहस्थ को अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए किस प्रकार अर्थोपार्जन करना चाहिए?
a) किसी भी प्रकार
b) छल-कपट से
c) धर्म-सम्मत कार्यों से ✅
d) केवल दान पर निर्भर होकर
19. दूसरे के अर्थ व सहयोग से गृहस्थी चलाना कैसा माना गया है?
a) प्रशंसनीय
b) उदार
c) निन्दनीय ✅
d) सामान्य
20. गृहस्थ को प्राप्त धन का मुख्य उपयोग कैसे करना चाहिए?
a) सर्वस्व स्वयं पर व्यय करना
b) धन संचय ही करना
c) पहले दान देना, शेष से जीवन-निर्वाह करना ✅
d) केवल व्यापार में लगाना
21. यदि गृहस्थ अतिथि को असन्तुष्ट करता है तो क्या परिणाम बताया गया है?
a) पाप नष्ट हो जाते हैं
b) धन बढ़ जाता है
c) समस्त पुण्य क्षीण हो जाते हैं ✅
d) कोई प्रभाव नहीं
22. केवल अपने लिए भोजन बनाना किसके लिए अनुचित माना गया है?
a) ब्रह्मचारी के लिए
b) वानप्रस्थी के लिए
c) संन्यासी के लिए
d) गृहस्थ के लिए ✅
23. मनु के अनुसार जिस गृहस्थ के घर में अतिथि की विधिपूर्वक पूजा न हो, वहाँ अतिथि को क्या करना चाहिए?
a) अधिक समय तक रुकना चाहिए
b) पुनः बार-बार जाना चाहिए
c) वहाँ निवास न करना चाहिए ✅
d) दण्ड देना चाहिए
24. किन प्रकार के अतिथियों की सेवा न करने का निर्देश मनु ने दिया है?
a) धर्मात्मा
b) सन्त
c) पाखण्डी, स्वार्थी, विरुद्धकर्मी ✅
d) वेदपाठी
25. कौटिल्य के अनुसार गृहस्थ का एक स्वधर्म क्या है?
a) अनेक विवाह करना
b) बिना विवाह के रहना
c) विधानानुसार विवाह करना ✅
d) विवाह का विरोध करना
26. कौटिल्य के अनुसार गृहस्थ को किससे ही सम्पर्क रखना चाहिए?
a) पराई स्त्रियों से
b) दासियों से
c) केवल अपनी भार्या से ✅
d) किसी से नहीं
27. गृहस्थ को भोजन कब ग्रहण करना चाहिए?
a) सबसे पहले स्वयं
b) केवल पुत्रों के बाद
c) देवताओं, पितरों और भृत्यों को सन्तुष्ट करने के उपरान्त ✅
d) अतिथियों से पहले
28. गुरुकुल जाने वाले ब्रह्मचारी बालकों के संदर्भ में गृहस्थ का कौन-सा कर्त्तव्य था?
a) उन्हें वापस लौटा देना
b) शिक्षा से रोकना
c) उनके प्रति उदासीन रहना
d) भिक्षा माँगने आए ब्रह्मचारियों को भिक्षा देना ✅
29. जन्म से मृत्यु तक अधिकांश संस्कार किस आश्रम में सम्पन्न होते थे?
a) ब्रह्मचर्य आश्रम
b) वानप्रस्थ आश्रम
c) संन्यास आश्रम
d) गृहस्थ आश्रम ✅
30. कौन-से दो संस्कार गृहस्थ आश्रम में नहीं होते बताए गए हैं?
a) विवाह और अन्त्येष्टि
b) उपनयन और समावर्तन ✅
c) नामकरण और अन्नप्राशन
d) चूड़ाकर्म और कर्णछेदन
31. संस्कारों के माध्यम से व्यक्ति के जीवन को कैसा बनाया जाता था?
a) विलासी
b) केवल धनवान
c) शुद्ध एवं सुसंस्कृत ✅
d) युद्धकुशल
32. देव ऋण से मुक्त होने का उपाय क्या बताया गया है?
a) यज्ञों का अनुष्ठान
b) केवल दान
c) वेदों का अध्ययन ✅
d) तपस्या
33. ऋषि ऋण से उऋण होने के लिए क्या करना आवश्यक था?
a) पुत्र उत्पन्न करना
b) वेदों का अध्ययन
c) यज्ञों का अनुष्ठान ✅
d) अतिथि-सत्कार
34. पितृ ऋण से मुक्त होने का मुख्य उपाय क्या था?
a) भिक्षा देना
b) कठोर तपस्या
c) केवल श्राद्ध करना
d) पुत्रों को उत्पन्न कर उनका पालन-पोषण करना ✅
35. पंचमहायज्ञों का विधान मुख्यतः किसलिए किया गया था?
a) केवल धन-संचय हेतु
b) युद्ध-तैयारी हेतु
c) जीव-हिंसा से लगे पापों के प्रायश्चित हेतु ✅
d) व्यापार वृद्धि हेतु
36. मनु के अनुसार पंचमहायज्ञ किन पाँच पापों से मुक्ति के लिए बताए गए हैं?
a) युद्ध, हत्या, चोरी, झूठ, व्यभिचार
b) चुल्ली, पेषणी, उपस्कर, कण्डनी और जलकुम्भ ✅
c) स्नान, भोजन, हँसी, खेल, नींद
d) दान, यज्ञ, तप, व्रत, उपवास
37. ब्रह्मयज्ञ का मुख्य स्वरूप क्या था?
a) देवताओं की पूजा
b) अतिथि सत्कार
c) वेदों का अध्ययन-अध्यापन ✅
d) प्रेत-तुष्टि
38. पितृयज्ञ के अन्तर्गत कौन-सा प्रमुख कार्य किया जाता था?
a) हवन
b) श्राद्ध एवं तर्पण ✅
c) वेद-पाठ
d) तपस्या
39. देवयज्ञ में किनकी पूजा-अर्चना की जाती थी?
a) केवल ब्राह्मणों की
b) केवल राजाओं की
c) सूर्य, वायु, जल, अग्नि, पृथ्वी आदि देवों की ✅
d) केवल पितरों की
40. देवयज्ञ में अग्नि में दी गई आहुति से किस क्रम की कल्पना की गई है?
a) आहुति से धन, धन से युद्ध, युद्ध से विजय
b) आहुति से सूर्य, सूर्य से वृष्टि, वृष्टि से अन्न, अन्न से प्रजा ✅
c) आहुति से अग्नि, अग्नि से धुआँ, धुएँ से मेघ
d) आहुति से तप, तप से मुक्ति
41. देवयज्ञ किसके बिना सम्भव नहीं माना गया?
a) गुरु के बिना
b) पुत्र के बिना
c) भाई के बिना
d) पत्नी के बिना ✅
42. भूतयज्ञ के अंतर्गत ‘भूत’ से क्या अभिप्राय है?
a) केवल प्रेत
b) केवल मनुष्य
c) केवल पशु
d) सृष्टि में स्थित समस्त प्राणी ✅
43. भूतयज्ञ में घर के भोजन का एक अंश किसके लिए रखा जाता था?
a) केवल देवताओं के लिए
b) केवल पितरों के लिए
c) केवल ब्राह्मणों के लिए
d) गाय, कुत्ता, कौआ आदि प्राणियों के लिए ✅
44. नृयज्ञ को और किस नाम से जाना जाता था?
a) भूत-यज्ञ
b) देव-यज्ञ
c) अतिथि-यज्ञ ✅
d) श्रम-यज्ञ
45. अतिथि के बारे में यह मान्यता थी कि वह क्या करता है?
a) गृहस्थ का धन खा जाता है
b) गृहस्थ के पापों का भक्षण करता है ✅
c) गृहस्थ की कीर्ति नष्ट करता है
d) गृहस्थ के ऋण बढ़ाता है
46. प्राचीन समय के सन्यासी प्रायः कैसे रहते थे?
a) एक ही स्थान पर स्थायी रूप से
b) राजमहलों में
c) सदा भ्रमणशील रहते थे ✅
d) युद्धभूमि में रहते थे
47. भ्रमणशील सन्यासियों की भौतिक आवश्यकताएँ कैसे पूरी होती थीं?
a) व्यापार से
b) कर-वसूली से
c) नृयज्ञ के माध्यम से गृहस्थों द्वारा ✅
d) स्वयं खेती करके
48. याज्ञवल्क्य स्मृति के अनुसार ‘कुसूल धान्य’ गृहस्थ किसे कहा गया है?
a) जो एक दिन का भोजन रखे
b) जो एक मास का भोजन रखे
c) जो एक वर्ष का भोजन रखे
d) जो बारह दिन का भोजन संचित रखे ✅
49. ‘अश्वस्तनिक’ गृहस्थ किस प्रकार का होता है?
a) जो एक वर्ष का भोजन संचित रखे
b) जिसके पास केवल आज के योग्य भोजन हो ✅
c) जो छः मास का भोजन रखे
d) जो एक मास का भोजन रखे
50. प्राचीन विचारकों के अनुसार गृहस्थ द्वारा उत्पन्न भोजन और धन किसके लिए माने गए हैं?
a) केवल अपने और कुटुम्ब के लिए
b) केवल राज्य के लिए
c) केवल ब्राह्मणों के लिए
d) सम्पूर्ण समाज के लिए ✅



