हम इस धारावाहिक में वेदों, ब्राह्मणों, उपनिषदों, आरण्यकों, पुराणों, महिर्ष वाल्मिीकि द्वारा लिखित रामायण एवं महिर्ष वेदव्यास द्वारा लिखित महाभारत में मिलने वाली विविध कथाओं की चर्चा करेंगे जिनमें पुराण कालीन भारत का इतिहास भरा पड़ा है।
शहंशाह को देखकर संवेदनशील लोग मुस्कुराए और बोले यह आश्चर्यजनक है कि हुजूर को अजमेर के ख्वाजा में इतना विश्वास है जबकि हुजूर ने अपने पैगम्बर के हर आधार को नकार दिया है जिसकी पोशाक से ख्वाजा जैसे सैंकड़ों-हजारों पीर निकले हैं।
एक बलूची के एक ही स्त्री से 25 बच्चे थे। वह बलूची एक दिन अकबर के दरबार में उपस्थित हुआ तथा उसने अकबर से कहा कि यह स्त्री बहुत भली है किंतु इसके 25 बच्चे हो गए हैं जिनके कारण मेरा जीवन मुश्किल हो गया है तथा यह स्त्री मेरे लिए हराम हो गई है। मेरे दुःखों का कोई इलाज नहीं है।