Sunday, August 24, 2025
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अनुक्रमणिका – चिश्तिया सूफी सम्प्रदाय एवं ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती

अनुक्रमणिका – चिश्तिया सूफी सम्प्रदाय एवं ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती पृष्ठ पर डॉ. मोहनलाल गुप्ता द्वारा लिखित ई-बुक चिश्तिया सूफी सम्प्रदाय एवं ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के अध्यायों की सूची दी गई है। पाठक इन अध्यायों के शीर्षकों पर क्लिक करके सम्बन्धि अध्याय तक पहुंच सकते हैं।

ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भारत में चिश्तिया सूफी सम्प्रदाय लेकर आए। उनके भारत आगमन का समय भारत के इतिहास की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण था। उस काल में मुहम्मद गौरी हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान को मारकर दिल्ली, अजमेर, हांसी, संभल सहित सम्पूर्ण चौहान साम्राज्य को निगल जाना चाहता था।

ऐसे संकट काल में सूफी दरवेश बड़ी संख्या में भारत के विभिन्न नगरों में आकर बैठ गए। ये दरवेश अपने मीठे गीतों एवं सम्मोहक नृत्यों के द्वारा हिन्दू प्रजा को अपनी ओर लुभाने लगे। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भी उनमें से एक थे। उन्होंने अजमेर में अपना डेरा जमाया। इस ई-बुक में भारत के चिश्तिया सम्प्रदाय तथा ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती के इतिहास की संक्षिप्त जानकारी दी गई है।

यह पुस्तक अमेजन पर ई-बुक के रूप में एक साथ पढ़ी जा सकती है।

1. प्रस्तावना – चिश्तिया सूफी सम्प्रदाय एवं ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती

2. इस्लाम का उदय तथा प्रसार

3. भारत में सूफी मत की सफलता के कारण

4. सूफी परम्परा

5. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती

6. मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह

-डॉ. मोहनलाल गुप्ता

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