Monday, August 25, 2025
spot_img

चित्रकूट का चातक

इस उपन्यास में अकबर के प्रधान सेनापति अब्दुर्रहीम खनाखाना की जिंदगी को आधार बनाया गया है जो हिन्दी के सबसे बड़े कवियों में से एक हैं तथा भगवान श्रीकृष्ण के ऐसे भक्तों में सम्मिलित किए जाते हैं जिन्हें भगवान ने स्वयं दर्शन दिए!

- Advertisement -

Latest articles

वैदिक साहित्य का महत्त्व - www.bharatkaitihas.com

वैदिक साहित्य का महत्त्व

0
वैदिक साहित्य का महत्त्व न केवल उसकी प्राचीनता के कारण है अपितु इस बात में भी है कि वैदिक साहित्य में उच्च कोटि का...
उत्तर वैदिक साहित्य - www.bharatkaitihas.com

उत्तर वैदिक साहित्य

0
उत्तर वैदिक साहित्य का अर्थ उन ग्रंथों से हैं जो वेदों, ब्राह्मण ग्रंथों, आरण्यकों एवं उपनिषदों के बाद लिखे गए। इनमें सांख्य, योग आदि...
वेद - www.bharatkaitihas.com

वेद

0
वेद संसार के सबसे प्राचीन ग्रंथ हैं। आश्चर्य होता कि आज से 10 हजार साल पहले के युग में भी मानव ने इतनी उत्कृष्ट...
वैदिक तथा द्रविड़ सभ्यता में अन्तर - www.bharatkaitihas.com

वैदिक तथा द्रविड़ सभ्यता में अन्तर

0
वैदिक तथा द्रविड़ सभ्यता में अन्तर के कई कारण हैं जिनमें से सबसे बड़ा कारण यह है कि वैदिक सभ्यता के जनक हिमालय पर्वत...

पूर्व-पाषाण कालीन सभ्यताएं (पेलियोलीथिक पीरियड)

0
भारत में पूर्व.पाषाण कालीन सभ्यताएं (पेलियोलीथिक पीरियड) आज से लगभग पाँच लाख साल पहले आरम्भ हुईं तथा आज से लगभग दस हजार साल पहले...
// disable viewing page source