इस उपन्यास में अकबर के प्रधान सेनापति अब्दुर्रहीम खनाखाना की जिंदगी को आधार बनाया गया है जो हिन्दी के सबसे बड़े कवियों में से एक हैं तथा भगवान श्रीकृष्ण के ऐसे भक्तों में सम्मिलित किए जाते हैं जिन्हें भगवान ने स्वयं दर्शन दिए!
मीराबाई का जीवन: जन्मस्थान से भक्ति विलीन तक – 50+ तथ्यात्मक प्रश्नोत्तरी : यहाँ मीराबाई पर आधारित 50 बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर (MCQ) हिंदी में प्रस्तुत...