शाहजहाँ का शासन प्रबन्ध मुस्लिम इतिहासकारों की दृष्टि में शाहजहाँ का शासन प्रबन्ध मध्यकालीन इतिहास का स्वर्णयुग था जबकि हिन्दू इतिहासकार उसके शासन प्रबन्ध...
इस पुस्तक को लिखने का उद्देश्य इतिहास के उन पन्नों को टटोल कर देखना है ताकि हम भविष्य में उन्हीं गलतियों को फिर से न दोहराएं जिनके कारण हम भारत-पाकिस्तान के विभाजन के खतरनाक निर्णय पर पहुंचे थे।